'कारतूस' के विरोध ने जलाई स्वतंत्रता की चिंगारी, मंगल पांडे ने चलाई थी 1857 के विद्रोह में पहली गोली
नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)। 'मां भारती' के अनगिनत सपूतों ने भारत को आजादी दिलाने के लिए कभी अपनी जान की परवाह नहीं की। उन्होंने अपने लहू की एक-एक बूंद से स्वतंत्रता की ऐसी कहानी रची, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में अमर हो गई। इन्हीं नायकों में से एक थे मंगल पांडे, जिन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश शासन की नींव को हिलाकर रख दिया। उनके साहस और बलिदान ने स्वतंत्रता की ज्वाला को ऐसा जलाया, जो भारतीय इतिहास में अमर हो गया।